anutam meaning in braj

अनुतम

अनुतम के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • कवि-कोटि का दूसरा भेद, अनुतम कवि वह है जो सदैव स्वार्थ साधन में लगा रहता है अर्थात् प्रशंसायुक्त मानव चरित्र कहता है और उनसे धन प्राप्त कर चैन करता है

अनुतम के तुकांत शब्द

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