aparvaktr meaning in hindi
अपरवक्त्र के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- वह वृत जिसके विषम चरण में दो नगण, एक रगण और लघु गुरु हों तथा समचरण में एक नगण, दो जगण और रहण हो, यथा— सब तज रसना गही हरी, दुख सब भागहि पापहूँ जरी, हरि विमुख संगाना करी, जप दिन रैन हरी हरी (शब्द॰)
अपरवक्त्र के तुकांत शब्द
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