aphal meaning in braj

अफल

अफल के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अफल के ब्रज अर्थ

विशेषण

  • (वृक्ष) जिसमें फल न लगता हो या न लगा हो , फलहीन
  • निष्फल , विफल

अफल के हिंदी अर्थ

विशेषण

  • जिसमें फल नु हो, बिना फल का, फलहीन, निष्फल
  • (स्त्री या मादा पशु) जिसे संतान होती ही न हो
  • व्यर्थ, निष्र्पयोजन, थ॰ — परमारथ स्वारथ साधन भय अफल सकल, नहि सिद्धि सई है, —तुलसी ग्रं॰, पृ॰ ५२८,
  • बांझ, बंध्या

संज्ञा, पुल्लिंग

  • एक प्रकार का छोटा झाड़ जिसकी टहनियों की टोकरियाँ और रस्सियाँ बनती हैं
  • झऊ का बृक्ष
  • बकारा

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