apratiiti meaning in braj

अप्रतीति

अप्रतीति के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अप्रतीति के ब्रज अर्थ

स्त्रीलिंग

  • प्रतीति या विश्वास का अभाव

    उदाहरण
    . होइ कि नहीं सोच मति आँनहि अप्रतीति हृदये ते टारि ।

अप्रतीति के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • अर्थ या रुप आदि का समझ में न आना या स्पष्ट न होना
  • विश्वास का अभाव, अविश्वास, अनि— श्चय

    उदाहरण
    . होई कि नहि सोव मति प्राँनाहि अप्रीति हदये तें टारी । करि बिस्वास प्रतिति आमि उर यह आस्तिक्य बुद्धि निरधारि ।

अप्रतीति के तुकांत शब्द

संपूर्ण देखिए

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा