apratyniik meaning in hindi

अप्रत्यनीक

  • स्रोत - संस्कृत

अप्रत्यनीक के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • वह काव्यालंकार जिसमें शत्रु के जीतने के सामर्थ्य के कारण उससे संबंध रहनेवाली वस्तुओ का तिर स्कार न किया जाया, जेसे, —नृप यह पीड़त है परहि, नहि पर प्रजा मुरार, राहु शशी को ग्रसत है, नहि तारन जु निहार (शब्द॰)

अप्रत्यनीक के तुकांत शब्द

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