apsavya meaning in braj

अपसव्य

अपसव्य के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अपसव्य के ब्रज अर्थ

विशेषण

  • शरीर का दाहिना भाग
  • उलटा, विपरीत
  • जिसने पितृकर्म करने के लिए जनेऊ अपने दाहिने कंधे पर रखा हो

अपसव्य के हिंदी अर्थ

विशेषण

  • शरीर के उस ओर का जो किसी के पूर्व की तरफ मुँह करके खड़े होने की अवस्था में दक्षिण की ओर हो, सव्य का उलटा, दाहिना, दक्षिण

    उदाहरण
    . मेरा अपसव्य अंग फड़क रहा है।

  • जो क्रम, मान्यता आदि के विचार से किसी के विरुद्ध या दूसरे पक्ष में पड़ता हो, उल्टा, विरूद्ध

    उदाहरण
    . वे दोनों अपसव्य विचारधारा के होते हुए भी अच्छे मित्र हैं।

  • (जनेऊ) दाहिने कंधे पर रखा हुआ या दाहिने कंधे पर से पहना हुआ

    उदाहरण
    . तर्पण करने के बाद उसने अपने अपसव्य जनेऊ को बायीं ओर किया।

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