apuurvrup meaning in hindi
अपूर्वरुप के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- वह काव्यालंकार जिससे पुर्वगुण की प्राप्ति का निषेध हो, यह पुर्वरुप का विपरीत अलंकार है, जैसे—'क्षय हो हो करहु शशी, बढत जु बारहि बार, त्यों पुनि यौवन प्राप्ति नहिं, न कर मान निति नार, ' यहाँ पर दिखाया गया है जिस प्रकार चंद्रमा क्षय के पश्चाच पुन:पूर्णता प्राप्त करता है, उस प्रकार योवन एक बार जाकर फिर नहीं आता
अपूर्वरुप के तुकांत शब्द
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