aragaa meaning in braj
अरगा के ब्रज अर्थ
सकर्मक क्रिया, अकर्मक क्रिया, अकर्मक, सकर्मक
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अलग होना , पृथक होना , चढ़ायो
उदाहरण
. बोधा किसू सौं कहा कहियै जो बिधा सुनि फेरी रहै अरगाइ के । -
सन्नाटा खींचना , चुप्पी साधना , मौन रहना
उदाहरण
. सून सदन मथनियाँ कै ढिग, बैठि रहे अरगाइ । - अलग करना
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चुनना , छाँटना
उदाहरण
. ध्रुव रजपूत, बिदुर दासी सुत, कौन कौन अरगानी । . नैन आरती अरघ आंसू, भेंट तन मन धन
अरगा के हिंदी अर्थ
संज्ञा
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घोड़ें की एक प्रकार की चाल , कदम चाल जिसमें चारों पैर अलग अलग पड़ते है
विशेष
. इस चाल को चलते समय घोड़ा देह को साधकर चलता है । चारों टाँग अलग अलग पड़ती हैं । इस चाल में सवार घो की लगाम खिंची हुई रखता है और घोड़े का कल्ला (गर्दन) उठा हुआ और स्थिर रहता है ।
अरगा के तुकांत शब्द
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