अष्टक

अष्टक के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अष्टक के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • आठ वस्तुओं का समूह
  • वह स्तोत्र या काव्य जिसमें आठ श्लोक या आठ छंद हों, जैसे-रुद्राष्टक, गंगाष्टक
  • मनु के अनुसार एक गण जिसमें पैशुन्य, साहस, द्रोह, ईर्ष्या, असूया, अर्थदूषण, वाग्दंड और पारुष्य ये आठ अवगुण हैं
  • आठ ऋषियों का एक गण, उपाटत

अष्टक के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • आठ वस्तुओं का वर्ग या संग्रह, जैसे-हिंग्वष्टक
  • वह स्तोत्र या काव्य जिसमें आठ श्लोक हों, जैसे-रुद्राष्टक, गंगाष्टक
  • आठ अध्यायों वाला ग्रंथ
  • आठ ऋषियों का एक गण
  • मनु के अनुसार आठ अवगुणों का समूह—पिशुनता, साहस, द्रोह, ईर्ष्या, असूया, अर्थदूषण, वाग्दंड और पारुष्य
  • पाणिनिकृत व्याकरण, अष्टाध्यायी
  • विश्वामित्र के एक पुत्र का नाम

अष्टक के मैथिली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • आठ का समूह

Noun, Masculine

  • aggregate of eight; octave

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