ashTkul meaning in braj
अष्टकुल के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
-
सर्पो के आठ कुल- शेष, वासुकि, कंबल, कर्कोटक, पद्म, महापद्म, शंख और कुलिक
उदाहरण
. सवन हीन सुनि भरा अष्टकुल नाग गरब भय चूरि ।
अष्टकुल के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- पुराणानुसार सर्पों के आठ कुल; यथा— शेष वासुकि, कंबल कर्कोंटिक, पद्म, महबापद्म, शंख और कुलिका, किसी किसी ते मत से-नक्षत्र, महापद्म, शंख, कुलिक, कंबल, अश्वतर, धृतराष्ट्र औऱ बलाहक है
अष्टकुल के तुकांत शब्द
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