ashTnaayikaa meaning in braj

अष्टनायिका

अष्टनायिका के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अष्टनायिका के ब्रज अर्थ

स्त्रीलिंग

  • आठ नायिकाएँ–स्वाधीन- पतिका, विरहोत्कंठिता, विप्रलब्धा, वासक- सज्जा, खंडिता, कलहांतरिता, अभिसारिका, प्रोषितपतिका

    उदाहरण
    . अष्ट नायिकनि ही सों मन लाइयतु है ।

अष्टनायिका के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • आठ नायिकाएँ

    विशेष
    . पुराणनुसार आठ प्रधान शक्तियाँ -उग्रचंड, प्रचंड़ा, चंडोग्रा, चंडनायिका, चामुंड़ा, चंडा अतिचंडा और चंडवती। कृष्ण की आठ पटरानियाँ -रुक्मिणी, सत्यभामा, जांबवती, कालिंदी, मित्रवृंदा, नाग्नजिती, भद्रा और लक्ष्मणा। इंद्र की आठ नायिकाएँ -उर्वशी, मेनका, रंभा, पूर्वचिती, स्वयंप्रभा, भिन्नकेशी, जनवल्लभा और घृताची (तिलोत्तमा)। साहित्य में वर्णित आठ नायिकाएँ -वासकसज्जा, विरहोत्कंठिता, स्वाधिनभर्तृका, कलहांतरिता, खंडिता, विप्रलब्धा, प्रोषितभर्तृका और अभिसारिका कही गई हैं।

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