अस्तेय

अस्तेय के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अस्तेय के हिंदी अर्थ

संज्ञा

  • चोरी का त्याग, चोरी न करना
  • योग के आठ अंगों में नियम नामक अंग का तीसरा भेद, यह स्तेय अर्थात् बल से या एकांत में पराए धन का अपहरण करने का उलटा या विरोधी, इसका फल योगशास्त्र में सब रत्नों का उपस्थान या प्राप्ति है
  • जैनशास्त्रनुसार अदत्तदान का त्याग करना, चोरी न करने का व्रत

अस्तेय के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun

  • not stealing

अस्तेय के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • चोरी न करना
  • चोरी न करने का संकल्प
  • योग के आठ अंगों में से नियम नामक अंग के अन्तर्गत एक व्रत

अस्तेय के तुकांत शब्द

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