asteyavrat meaning in braj
अस्तेयव्रत के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
- आवश्यकता से अधिक वस्तु के संग्रह या उपयोग को चोरी मानना
अस्तेयव्रत के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- अपनी आवश्यकता से अधिक संग्रह का त्याग, वह व्रत जिसमें जरूरत से ज्यादा संपत्ति रखने को चोरी जैसा पाप कर्म समझा जाता है
अस्तेयव्रत के तुकांत शब्द
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