bakli meaning in maithili

बकली

बकली के अर्थ :

बकली के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • रहड़िआ सीम

Noun

  • broad beans.

बकली के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • एक वृक्ष जो लंबा और देखने में बहुत सुंदर होता है, गुलरा, धबरा, खरधवा

    विशेष
    . इसकी छाल सफेद और चिकनी होती है। इसकी लकड़ी चमकीली और अत्यंत दृढ़ होती है। यह वृक्ष बीजों से उगाता है तथा इसके पेड़ मध्य भारत और हिमालय पर तीन हजार फुट की ऊँचाई तक होते हैं। इसकी लकड़ी से आरायशी और खेती के सामान बनाए जाते हैं तथा इसके लट्ठे रेल की सड़क पर पठरी के नीचे बिछाए जाते हैं। इसका कोयला भी अच्छा होता है और पत्ते चमड़ा सिझाने के काम आते हैं। इस पेड़ से एक प्रकार का गोंद निकलता है जो कपड़े छापने के काम में आता है। इसे धावा, धव आदि भी कहते हैं।

  • फल आदि का पतला छिलका

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • अधौरी नाम का वृक्ष जिसकी लकड़ी से हल और नावें बनती है, अधौरी

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