बरोह

बरोह के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

बरोह के अंगिका अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • बरगद की जटा जो नीचे की ओर बढ़ती हुई भूमि में जाकर जड़ पकड़ लेती है

बरोह के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • बरगद के पेड़ के ऊपर की डालियों में टँगी हुई सूत या रस्सी के रूप की वह शाखा जो क्रमशः नीचे की ओर बढ़ती हुई ज़मीन पर जाकर जड़ पकड़ लेती है, बरगद की जटा

बरोह के भोजपुरी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • वटवृक्ष की जटा;

    उदाहरण
    . बरोह पकड़ के झुलुहा झूलल जाई।

Noun, Masculine

  • banyan tree's aerial root.

बरोह के मगही अर्थ

संज्ञा

  • बड़ के पेड़ के ऊपर की डालियों से निकली हुई वह शाखा जो जमीन पर आकर समय पर जड़ और तना बन जाती है; बरगद की जटा

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