bhaarshiv meaning in hindi
भारशिव के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
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भारतवर्ष का एक प्राचीन राजवंश
विशेष
. चतुर्थ शती के आरंभ में, कुषाणों से पूर्व, प्रयाग से बनारस तक भारशिव राजवंश का उल्लेख मिलता है। संभवतः बुंदेलखड अंचल से इस राजवंश का उदय हुआ। इस राजवंश में भवनाथ तथा वीरसेन आदि प्रमुख शासक हुए हैं। नागवश के रूप के भो इसका उल्लेख मिलता है। नागपूजक होने के साथ ही ये शिवभक्त थे ओर शिवभक्ति का भार वहन करने के कारण इनका नाम भारशिव पड़ा। कुछ शिलालेखों में भी इनका उल्लेख पाया जाता है। इन्होने काशी में अश्वमेध यज्ञ भी किया था।उदाहरण
. भारशिव नाम इसलिए पड़ा कि यह शिव के परम भक्त थे और अपनी पीठ पर शिवलिंग का भार वहन करते थे। - प्राचीन शैव संप्रदाय जिसके अनुयायी सिर पर शिव की मूर्ति रखा करते थे
भारशिव के तुकांत शब्द
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