भात

भात के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

भात के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • विवाह की रस्म जिसमें भाँजी को मामा के द्वारा वस्त्रादि वस्तुएँ दी जाती है

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पके हुए चावल

भात के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Masculine

  • boiled rice
  • presents (on special occasions given to daughters, nieces, etc.)

भात के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पानी में उबाला हुआ चावल, पकाया हुआ चावल

    उदाहरण
    . नंद बुलावत है गोपाल। आवहु बेगि बलैया लेहौं सुंदर नैन बिसाल। परसेउ थार धरेउ मग चितवत बेगि चली तुम लाल। भात सिरात तात दुख पावत क्यों न चलो तत्काल। . अवभू वो तनु सवल राता। नाचै बाजन बाज वराता। मोर के माथे दूलह दीन्हों अकथा जोरि कहाता। मड़ये क चारन समधी दीन्हों पुत्र बहावल माता। दुलहिन लीपि चौक बैठाए निरभय पद परमाता। भातहि उलटि बरतहि भली बनी कुशलाता। . पहिले भात परोसे आना। जनहु सुबास कपूर बसाना।

  • प्रभात, सबेरा
  • दीप्ति, प्रकाश
  • विवाह की एक रसम

    विशेष
    . यह विवाह के दूसरे वा तीसरे दिन होती है। इसमें समधी को भात खाने के लिए कन्या के घर बुलाया जाता और उसे भात खिलाया जाता है। भात खाने के लिए उसे कुछ द्रव्य आदि भी भेंट किया जाता है। इसमें दोनों समधी मांडव में चौक पर बैठकर भात खाते हैं।


विशेषण

  • चमकीला, प्रकाशयुक्त, व्यक्त

भात के अंगिका अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • तरकश, तूणीर, बड़ी माथी

भात के कन्नौजी अर्थ

भातु

संज्ञा, पुल्लिंग

  • उबला हुआ चावल

भात के कुमाउँनी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पका हुआ चावल, उबाला हुआ चाबल; असाध्य स्थिति;

    उदाहरण
    . 'भात है जाण'

  • बीमारी का उपचार से परे हो जाना; भात वन जाय तो चावल वापस अपनी स्थिति में नहीं आ सकते; इसी प्रकार रोग असाध्य हो जाय तो इलाज से स्वास्थ्य नहीं लौटाया जा सकता

भात के गढ़वाली अर्थ

  • गीला भात (चावल)

  • दाल-चावल युक्त भोजन

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पके हुए चावल
  • sodden rice.

  • a sort of meal, having mainly rice and pulse.

Noun, Masculine

  • boiled or cooked rice.

भात के बघेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पानी में उबालकर पकाया गया चावल

भात के बज्जिका अर्थ

संज्ञा

  • सिद्ध चावल

भात के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • उबला और सीझा हुआ चावल

    उदाहरण
    . दूजे पुन सब कुटुंब बुलायो बरा भात भड़वा को खायो।

  • वैवाहिक रीति विशेष

    विशेष
    . दे० 'प्रभात' दे० 'प्रभा'।

भात के मगही अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • विवाह की एक रस्म, भतखई, कच्ची रसोई का भोज
  • पकाया चावल

भात के मैथिली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • उसनिल बाउर

Noun, Masculine

  • boiled rice.

भात के मालवी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • चावल, भानजा भानजी के विवाह अवसर पर मामा की ओर से मायरा (मायेरा) करना या भरना, भात करना, चाँवल, चोखा।

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