bhakhii meaning in braj
भखी के ब्रज अर्थ
स्त्रीलिंग
- घास विशेष , यह दलदलों में उत्पन्न होती है
भखी के हिंदी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
-
एक प्रकार की घास जो दलदलों में उत्पन्न होती है , खवी
विशेष
. यह नैनीताल में बहुत होती है और छप्पर छाने के काम में आती है । इसकी ट्टियाँ भी बनती हैं । इसके फल में नारंगी की सी महक होती है । पकने पर यह लाल रंग की हो जाती है । इसे चौपाए बड़े चाव से चरते हैं । इसे 'खवी' भी कहते हैं ।
भखी के तुकांत शब्द
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