bha.nvrii meaning in malvi
भँवरी के मालवी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग, स्त्रीलिंग
- भ्रमरी,पु. भ्रमर।
भँवरी के हिंदी अर्थ
संज्ञा
- गाय, भैंस आदि के शरीर का स्पर्श होते ही उनके शरीर पर निर्माण होने वाला वृत्ताकार स्फुरण
- जंतुओं के शरीर के ऊपर का वह स्थान जहाँ के रोएँ या बाल एक केन्द्र पर विशेष प्रकार से घूमे हुए हों
- भौंरे की मादा
- विवाह के समय वर और वधू द्वारा की जानेवाली अग्नि की सात परिक्रमाएँ
- जल के बहाव में वह स्थान जहाँ पानी की लहर एक केंद्र पर चक्कर खाती हुई घूमती है
भँवरी के अंगिका अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- भँवर, पानी का चक्कर, जन्तुओं के शरीर पर का वह स्थान जहाँ पर रोंवे या बाल एक केन्द्र पर घूमे रहते हैं
भँवरी के अवधी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- फेरी
स्त्रीलिंग
- मनुष्य के बालों का चक्र, पशु के मत्थे या पीठ आदि पर बालों का चक्र
भँवरी के कन्नौजी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- भ्रमरी
भँवरी के गढ़वाली अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- एक विशेष प्रकार का वाद्ययंत्र, मोछंग
Noun, Masculine
- a special type of musical instrument.
भँवरी के मगही अर्थ
संज्ञा
- दे.'भंउरी'
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