bhaTak meaning in braj
भटक के ब्रज अर्थ
अकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, अकर्मक
-
रास्ता भूलना, इधर उधर मारा मारा फिरना, बहक जाना
उदाहरण
. ढूंढन तुम जिन जाव कबहुं बन भटकत पाव पिरहैं । - भड़ाके की आवाज
भटक के हिंदी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- भटकने की क्रिया या भाव
- इधर-उधर भ्रमण
भटक के यौगिक शब्द
संपूर्ण देखिएभटक के अवधी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- संदेह, दुविधा
भटक के मगही अर्थ
संज्ञा
- (भटकना) भ्रम, संकोच, भूलकर इधर-उधर घूमने का भाव
भटक के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिए
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा