भुगतना

भुगतना के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

भुगतना के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • अनचाहा श्रम या स्थिति भोगने की क्रिया

भुगतना के हिंदी अर्थ

सकर्मक क्रिया

  • भोग करना, विषय करना

    उदाहरण
    . बालक ह्वै भग द्वारे आवा। भग भुगतन कूँ पुरिष कहावा।

  • सहन, झेलना, भोगना

    विशेष
    . इस क्रिया का प्रयोग 'अनिष्ट भोग' के सहने में होता है। जैसे- सजा भुगतना। दुःख भुगतना।

    उदाहरण
    . पहले हों भुगतौं जो पाप। तनु धरि कै सहिहौं संताप। . हम तौ पाप कियो भुगतै को पुण्य प्रगट क्यों निठुर दियो री। सूरदास प्रभु रूप सुधानिधि पुट थोरी विधि नहीं बियो री। . देह धरे का दंड है सब काहू को होय। ज्ञानी भुगतै ज्ञान करि अज्ञानी भुगते रोय। . ओर तो लोग दुखी अपने दुख मैं भुगत्यों जग क्लेश अपारा।


अकर्मक क्रिया

  • पूरा होना, निबटना, जैसे- देन का भुगतना, काम का भुगतना
  • बीतना, चुकना, जैसे- दिन भुगतना

भुगतना से संबंधित मुहावरे

भुगतना के अंगिका अर्थ

क्रिया

  • भोगना, सहना

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