birkat meaning in braj

बिरकत

बिरकत के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत
  • अथवा - बिरक्त

बिरकत के ब्रज अर्थ

विशेषण, स्त्रीलिंग

  • विरक्त , त्यामी , आसक्ति शून्य , उदासीन

    उदाहरण
    . जनहित तें बिरकत रहत, कछू ठोल के नास ।

  • अप्रसन्नता

बिरकत के हिंदी अर्थ

विशेषण

  • 'विरक्त'

    उदाहरण
    . बैरागी बिरकत भला ग्रेही चित्त उदार । दोउ बातों खाली पड़ै, ताको बार न पार । . जल ज्यों निर्मल होय सदा बिरकत वही । तजै न शीतल अंग बसे नित ही मही । . कामणि अंग बिरकत भया रत भया हरि नांइ ।

बिरकत के तुकांत शब्द

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