चौहान

चौहान के अर्थ :

  • स्रोत - हिंदी
  • अथवा - चहुवान

चौहान के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • अग्निकुल के क्षत्रिय

चौहान के हिंदी अर्थ

चहुवान, चहुआन, चोहान, चव्हाण

संज्ञा, पुल्लिंग

  • क्षत्रिय समाज में एक कुलनाम या सरनेम
  • अग्निकुल के अंतर्गत क्षत्रियों की प्रसिद्ध शाखा

    विशेष
    . इसके मूल पुरूष के संबंध में यह प्रसिद्ध है कि उसके चार हाथ थे और उसकी उत्पत्ति राक्षसों का नाश करने के लिए वशिष्ठ जी के यज्ञकुंड से हुई थी। प्राय: एक हज़ार वर्ष पहले मालवे और राजपूताने में इस जाति के राजाओं का राज्य था और पीछे इसका विस्तार दिल्ली तक हो गया था। भारत के प्रसिद्ध अतिम सम्राट पृथ्वीराज इसी चौहान जाति के थे। कुछ लोगों का यह भी अनुमान है कि इस जाति के मूल पुरूष माणिक्य नामक एक राजा थे जो लगभग ईस्वी सन् 800 में अजमेर में राज्य करते थे। इस जाति के क्षत्रिय प्राय: सारे उत्तरीय भारत में फैले हुए हैं।

  • महाराष्ट्र वासियों के एक वर्ग का कुलनाम या सरनेम

चौहान के अवधी अर्थ

चवहान, चउहान

संज्ञा, पुल्लिंग

  • चौहान राजपूत

चौहान के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • क्षत्रियों की एक उपजाति

चौहान के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • क्षत्रियों की एक शाखा

चौहान के तुकांत शब्द

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