dhaanyavardhan meaning in hindi
धान्यवर्धन के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- अन्न उधार देने का व्यवहार जिसमें ऋणी से डेवढ़ा (डेढ़गुना) या सवाया (सवागुना) लिया जाता है, अन्न उधार देने की वह रीति जिसमें मूल और ब्याज दोनों अन्न के रूप में ही लिया जाता था
धान्यवर्धन के तुकांत शब्द
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