धौं

धौं के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

धौं के कन्नौजी अर्थ

अव्यय

  • एक शब्द जो संशय, विकल्प आदि में प्रयुक्त होता है, पता नहीं, क्या मालूम
  • अथवा, कि

धौं के हिंदी अर्थ

अव्यय

  • एक अव्यय जो ऐसे प्रश्नों के पहले लगाया जाता है जिनमें जिज्ञासा का भाव कम और संशय का भाव अधिक होता है, विचिकित्सा सूचक एक शब्द, न जाने, कौन जाने, मालूम नहीं, कहा नहीं जा सकता

    उदाहरण
    . कला निधान सकल गुन आगर गुरु धौं कहा पढ़ाए। . कौन मोहनी धौं हुत तोही। जो तोहि बिथा सो उपजा मोहीं। . सीय स्वयंवर देखिय जाई। ईस काहि धौं देहिं बड़ाई। . चिंतवत मोहि लगी चौंधी सी जानौं न कौन कहाँ ते धौं आए।

  • ' तो ' ' भला ' आदि की तरह किसी बात या शब्द पर केवल जोर देने के लिए, उदा० (क) जड़ पंच मिल जेहि देह करी, करनी लखु धौं धरनीधर की, तुलसी, (ख) तुम कौन धौं पाठ पढ़े हौ लला, -घनानंद
  • प्रश्न के रूप में आनेवाले दो विकल्प या संदेहसूचक वाक्यों में से दूसरे या दोनों के पहले लगनेवाला शब्द, कि, या, अथवा, (इस अर्थ में प्रायः 'कि' या 'के' के साथ आता है)

    उदाहरण
    . की धौं वह पर्णकुटी कहुँ और, किधौं वह लक्ष्मण होय नहीं। . सुनत सुदामा जात मनहि मन चीन्हैगे धौं नाहीं।

  • एक शब्द जिसका प्रयोग ज़ोर देने के लिए ऐसे प्रश्नों के पहले तो' या 'भला' के अर्थ में होता है जिनका उत्तर काकु से 'नहीं' होता है, यह प्रायः 'कहु' या 'कहो' के साथ आता है और 'कहो तो' का अर्थ देता है

    उदाहरण
    . मोहिं परतीति यहि भाँति नहिं आवई। प्रीति कहु धौं सु नर वानरहि क्यों भई। . बानी जगरानी की उदारता बखानी जाय ऐसी मति कहौ धौं उदार कौन की भई। . तुलसी जेहि के रघुबीर से नाथ समर्थ सो सेवत रीझत थोरे। कहा भवभीर परी तेहि धौं बिचरैं धरनी तिनसों तिन तोरे। . कंध न देइ मसखरी करई। कहु धौं कौन भाँति निस्तरई।

  • किसी वाक्य के पूरे होने पर उससे मिले हुए प्रश्नवाक्य का आरंभसूचक शब्द जो 'कि' अर्थ देता है

    उदाहरण
    . हमहु न जानौ धौं सो कहाँ। . कहो सो विपिन है धौं केति दूर?

  • विधि, आदेश आदि वाक्यों के पहले आनेवाला एक शब्द जो केवल ज़ोर देने के लिए उसी प्रकार आता है जिस प्रकार 'सोचिए तो', 'कर तो', 'समझ तो' आदि वाक्यों में 'तो'

    उदाहरण
    . जिमि भानु बिनु बिनु दिन, प्रान बिनु तनु, चंद बिनु जिमि जामिनी। तिमि अवध तुलसीदास प्रभु बिनु समुझ धौं जिय भामिनी।

धौं के अंगिका अर्थ

अव्यय

  • मालूम नहीं, न जाने, अथवा या अच्छा तो, भला कि अर्थों में यह शब्द प्रयुक्त होता है

धौं के अवधी अर्थ

  • देखिए : 'दहुँ'

धौं के कुमाउँनी अर्थ

अव्यय

  • एक शब्द जो संशय, विकल्प, आदेश आदि में प्रयुक्त होता है, न मालूम, न जाने, पता नहीं, कुछ ठीक नहीं

धौं के गढ़वाली अर्थ

  • एक योजक शब्द जो संशय, आश्चर्य, जिज्ञासा, संशय, विकल्प, स्वीकृति, आश्वासन, चुनौती, किसी बात पर ज़ोर देने के लिए, मालूम नहीं, न जाने क्या, पता नहीं, तो, या, या तो, अवश्य, कुछ नहीं कह सकते, आदि कई भावों को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त होता है
  • बताओ तो, अगर तुम्हारे अंदर दम है तो, बताओ (चुनौती)

    उदाहरण
    . रूक धौं।

  • रुको तो (आश्वस्तिकारक)

    उदाहरण
    . ऐ जाँदि धौं।

  • आ जाती तो (आई क्यों नहीं?) (स्वीकृतिसूचक)

    उदाहरण
    . वींका दगड़ी बऽण धौं गै छै।

  • यह उसके साथ जंगल अवश्य गई थी (सत्यापन)
  • word which is used to denote challenge, possibility, surprise, options, acceptance, assurance, suspense, doubts & uncertainty as - don't know, not known, not sure, nothing is confirmed etc.

    उदाहरण
    . बता धौं।

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