dholiisaar meaning in malvi
धोलीसार के मालवी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग, स्त्रीलिंग
- धोली करे सकाल
- चावल, मालवा में नाथ पंथियों के प्रभाव स्वरूप कांचली एवं कूंडा पंथ प्रचलित रहा। इस पंथ के लोगों द्वारा देवी पूजा के लिये शुक्ल पक्ष की चौदस या पूर्णिमा को चावल पकाकर देवी को भोग लगाया जाता है। इसी को धोली सार कहा जाता है।
धोलीसार के तुकांत शब्द
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