दिग्दाह

दिग्दाह के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

दिग्दाह के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • एक दैवी घटना जिसमें सूर्यास्त होने पर भी दिशाएँ लाल और जलती हुई सी दिखलाई पड़ती हैं

    विशेष
    . इसे लोग अशुभ मानते हैं और समझते हैं कि इसके उपरांत युद्ध, दुर्भिक्ष या रोग आदि होता है। बृहत्संहिता में इसके फल आदि का विस्तृत उल्लेख है।

दिग्दाह के अंगिका अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • एक उत्पात विशेष जिसमे सूर्यास्त होने पर भी दिशायें लाल जलती हुई देख पड़ती है

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