diipikaatail meaning in hindi

दीपिकातैल

  • स्रोत - संस्कृत

दीपिकातैल के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • एक प्रकार का आयुर्वेदिक तेल जिसका उपयोग कान की पीड़ा दूर करने में किया जाता है

    विशेष
    . इसे प्रस्तुत करने की रीति यह है कि देवदार, सलई या चीड़ की सात-आठ अंगुल लंबी लकड़ी लेंऔर उसे सूए आदि से छलनी की तरह चारों ओर छेद डालें। फिर उसमें रेशम लपेटकर तेल में खू़ब डुबाएँ और बत्ती की तरह जला दें। इस प्रकार जलती हुई बत्ती में से जो गरम-गरम तेल बूँद-बूँद गिरे उसे कान में टपकाएँ।

दीपिकातैल के तुकांत शब्द

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