dudal meaning in garhwali

दुदल

दुदल के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

दुदल के गढ़वाली अर्थ

  • दे० दूदि

दुदल के हिंदी अर्थ

विशेषण

  • फूटने या टूटने पर जिसके दो बराबर खंड या दल हो जाएँ, द्विदल

संज्ञा, पुल्लिंग

  • दाल

    उदाहरण
    . दुदल प्रकार अनेकन आने। बरन बरन के स्वाद महाने।

  • एक पौधा जिसे कान-फूल और बरन भी कहते हैं, यह हिमालय के कम ठंडे स्थानों में तथा नीलगिरि पर्वत पर बहुत होता है

    विशेष
    . इसकी जड़ औषधि के काम में आती है और यकृत को पुष्ट करने वाली पसीना और पेशाब लाने वाली होती है। जिगर की बीमारी, आँव, चर्मरोग आदि में यह उपकारी होती है। इसे कानफूल और बरन भी कहते हैं।

दुदल के तुकांत शब्द

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