dyalok meaning in hindi
द्यलोक के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
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स्वर्गलोक
विशेष
. वैदिक ग्रंथों में द्युलोककी तीन कक्षाएँ कही गई हैं, पहली 'उदन्वती', दूसरी 'पीलुमती' और तीसरी 'प्रद्यौ' है । इन तीन कक्षाओं को ही क्रमशः नाक, स्वर्ग और पुतृलोक कहते हैं । उदन्वती कक्षा में चंद्रमा हैं, पीलुमती कक्षा में सूर्य हैं और तीसरी प्रद्यौ कक्षा में अनेक लोक लोकांतर हैं । इन लोकों में जाना ही अश्वमेध आदि बड़े बड़े यज्ञों का फल कहा गया है ।
द्यलोक के तुकांत शब्द
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