gatth meaning in braj

गत्थ

गत्थ के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत
  • अथवा - गथ, गथ, गुथ

गत्थ के ब्रज अर्थ

  • संपत्ति ; धन-दौलत , जमा

    उदाहरण
    . स्वारथ और परमारथ को गय तेरे कछू सुनु हाथ न ऐहै ।

  • गिरोह

गत्थ के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • 'गथ'

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पूँजी , जमा , गाँठ का धन

    उदाहरण
    . चिंता न करु अचिंत रहु देनहार समरत्थ । पसू पखेरू जंतु जिव, तिनकीं गाँठि न गत्थ ।

  • गरोह , समूह , झुंड

    उदाहरण
    . फटकारि खेलहिं हत्थ मैं हय हाँकियौ अरि गत्थ मैं ।


संज्ञा, पुल्लिंग

  • पूँजी, जमा, गाँठ का धन

    उदाहरण
    . बाजार चारु न बनइ बरनत वस्तु बिनु गथ पाइये । . अति मलीन वृषभानुकुमारी । हरि श्रम जल अंतर तनु भींजे ता लालच न धुवावति सारी । अधोमुख रहति उरध नहिं चितवति ज्यों गच हारो थकित जुआरी ।

  • माल

    उदाहरण
    . मेरे इन नयनन इते करे । मोहन बदन चकोर चंद्र ज्यों इकटक तें न टरे ।

  • रही तडी खिजि लाज लकुट लै एकहु डर न डरे, सूरदास गथ खोटो काहे पारखि दोष धरे, —सूर (शब्द॰)
  • झुड, गरोह

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