जगण

जगण के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

जगण के कुमाउँनी अर्थ

  • भारी बोझ को मिलकर ऊठाना, इक्कठे लेकर चलना, मिलकर भार उठाना, निद्रा से मुक्त होना

जगण के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पिंगल शास्त्र के अनुसार तीन अक्षरों का एक गण जिसमें मध्य का अक्षर गुरु और आदि और अंत के अक्षर लघु होते हैं , जैसे,—महेश, रमेश, गणेश, हसंत

    विशेष
    . दे॰ 'ज—१०' ।

जगण के गढ़वाली अर्थ

क्रिया

  • जलना, आग लगना; जागना

verb

  • to burn, to set fire; to wake up.

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