काकोली

काकोली के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

काकोली के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • एक ओषधि

    विशेष
    . यह एक प्रकार की जड़ या कंद है जो सतावर की तरह होती है, पर आजकल मिलती नहीं । इसका एक भेद क्षीरका- कोली भी है । वैद्यक में यह वीर्यवर्धक और क्षीरवर्द्धक मानी गई है ।

काकोली के गढ़वाली अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • हिमालय में उगने वाली एक वनौषधि

Noun, Feminine

  • name of a medicinal herb found in the Himalaya.

काकोली के ब्रज अर्थ

स्त्रीलिंग

  • शतवार जैसी अष्टवर्ग की औषधियों में से एक अप्राप्य औषधि जो कि वीर्य-वर्द्धक और क्षीर-वर्द्धक होती है

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