kaapa.i kara.u.n si.ngaar piyaa mero aa.ndharo meaning in kannauji
कापइ करउँ सिंगार पिया मेरो आँधरो के कन्नौजी अर्थ
- जब कोई देखने वाला ही न हो तो शृंगार करने से क्या लाभ, जिसके लिए जो कार्य किया जाये यदि वह उस कार्य का उपयोग करने में असक्षम है, तो फिर उस कार्य के करने से क्या लाभ अर्थात् वह कार्य नहीं करना चाहिए
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा