कचक

कचक के अर्थ :

कचक के मगही अर्थ

अरबी ; संज्ञा

  • गड़ने का भाव; चलने-फिरने में पीड़ा; दु:ख, खेद का झटका

कचक के हिंदी अर्थ

हिंदी ; संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • वह चोच जो दबने से लगे , कुचल जाने की चोट , क्रि॰ प्र॰— लगना

कचक के अंगिका अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • दबने या कुचल जाने पर उत्पन्न चोट

कचक के बघेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • दबाव के कारण खून जम जाना, अपच

कचक के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • कुचल जाने की चोट, दब जाने से गड्ढ़ा पड़ जाना

कचक के ब्रज अर्थ

सकर्मक क्रिया, स्त्रीलिंग, सकर्मक

  • दब जाने से लगी चोट , कुचल जाने से लगी चोट ; ठेस
  • कुचलना

    उदाहरण
    . टूटि गे पहार बिकरार भुव-मंडल के सेष के सहसफन कच्छप कचकि के ।

  • ठस लगना

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