kalaanyaas meaning in braj

कलान्यास

कलान्यास के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

कलान्यास के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • तंत्र का नाम, न्यास जो शिष्य के शरीर पर किया जाता है

कलान्यास के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • तंत्र का एक न्यास जो शिष्य के शरीर पर किया जाता है

    विशेष
    . इसमें शिष्य के पैर से घुटने तट ऊँ नवृत्यै नमः, घुटने से नाभि तक 'ऊँ प्रतिष्ठायै नमः', नाभि से कंठ तक 'ऊँ विद्यायै नमः', कंठ से ललाट तक 'ऊँ शांत्यै नमः' और ललाट से ब्रह्मरंध्र तक 'ऊँ शांत्यंतीतायैनमः' कहकर न्यास करते हैं और फिर इसी क्रिया को सिर से पैर तक उल्टा दोहराते हैं।

कलान्यास के तुकांत शब्द

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