ka.nga.n meaning in braj
कंगण के ब्रज अर्थ
- दे० 'कंकण'
कंगण के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- लोहे का एक चक्र जिसे अकाली सिक्ख सिर में बाँधते हैं
- दे॰ 'कंकण'
कंगण के गढ़वाली अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- हाथ में पहनने का सोना अथवा चाँदी का कड़ा, चूड़ी, 2. विवाह के अवसर पर दूल्हा दूल्हन के हाथ पर बंधा हुआ सुपारी युक्त मौली का धागा
Noun, Masculine
- a bangle, a bracelet; a coloured cotton string tied round the wrist of bride and bridegroom on wedding.
कंगण के तुकांत शब्द
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