kapisha meaning in braj
कपिशा के ब्रज अर्थ
स्त्रीलिंग
- दे० १. कपिश '
- मद्य विशेष ; एक प्राचीन नदी का नाम जिसे आजकल कसाई कहते हैं; कश्यप ऋषि की एक पत्नी जिससे पिशाचों की उत्पत्ति हुई थी
कपिशा के हिंदी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- एक प्रकार का मद्य
- एक नदी का नाम जिसे आजकल कसाई कहते हैं और जो मेदिनीपुर के दक्षिण में पड़ती है, रघुवंश में लिखा है की रघु इसी नदी को पार करके उत्कल देश में गये थे
- कश्यप की एक स्त्री जिससे पिशाच उत्पन्न हुए थे,
- माधवी लता
कपिशा के तुकांत शब्द
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