karam.ii meaning in braj
करमई के ब्रज अर्थ
स्त्रीलिंग
- कचनार की जाति का एक झाड़ीदार वृक्ष
करमई के हिंदी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
-
कचनार की जाति का एक झाडीदार पेड़
विशेष
. यह दक्षिण मलावार आदि प्रांतों में होता है। हिमालय की तराई में गंगा से लेकर आसाम तथा बंगाल और बर्मा में भी यह पाया जाता है। बंबई में इसकी चरपरी पत्तियाँ खाई जाती हैं। अन्य जगह भी इसकी कोपलों का साग बनता है।
करमई के तुकांत शब्द
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