karash meaning in braj

कर्ष

कर्ष के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत
  • अथवा - करस

कर्ष के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • खिचाव ; मनमुटाव ; आवेश ; उत्साह ; क्रोध

सकर्मक क्रिया

  • अपनी ओर खींचना

    उदाहरण
    . देह दसा करषी ।

  • सुखाना; बुलाना; समेटना, बटोरना

    उदाहरण
    . सुभट अमान चहुँ ओरन करषतें ।


सकर्मक क्रिया

  • खिचाव ; जुताई ; बहेड़ा; ताव , जोश

कर्ष के हिंदी अर्थ

करष

संज्ञा, पुल्लिंग

  • खिंचाव, मनमोटाव, अकस, तनाजा, तनाव, द्रोह

    उदाहरण
    . कंत करष हरि सन परि हरहू । मोर कहा अति हित हिय धरहू ।

  • क्रोध, असर्ष, ताव, लड़ाई का जोश

    उदाहरण
    . बातहिं बात करक बढ़ि आई । जुगुज अतुल बल पुनि तरुनाई ।

  • एक पुरानी तौल

    उदाहरण
    . एक कर्ष अस्सी रत्ती के बराबर होता है ।

  • खिंचाव
  • मन में होनेवाला द्वेष या विरोध, मनमोटाव

करष के तुकांत शब्द

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