kaThavallii meaning in hindi
कठवल्ली के हिंदी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
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कृष्ण यजुर्वेद की कठ शाखा की एक उपनिषद्
विशेष
. इसमें दो अध्याय हैं । पहले अध्याय में नचिकेता की गाथा है । नचिकेता के पिता 'विशवजित' यज्ञ करके सर्वस्वदान देते समय बूढ़ी गाय देने लगे । पुत्र ने पूछा—पिता मुझे किसको दोगे? तीन बार पूछने पर पिता ने चिढ़कर कहा— 'तुम्हें यमराज को देंगे । इतना सुनते ही लड़का यमलोक पहुँचा । वहाँ यमराज ने उसे ब्रह्मा विद्या का उपदेश दिया, उसी का वर्णन पहले अध्यान में है । दुसरे अध्याय में ब्रह्मा का लक्षण बतलाया गया है ।
कठवल्ली के तुकांत शब्द
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