khanDmeru meaning in braj
खंडमेरु के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
-
छंदशास्त्र में प्रस्तार के अंतर्गत मेरु नामक प्रक्रिया या रीति का एक अंग या विभाग |
उदाहरण
. खंडमेरु ताको अलगायो ।
खंडमेरु के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- पिंगल की वह रीति जिसके द्वारा मेरु या एकावली मेरु के बनाए बिना ही मेरु का नाम निकल जाता है
खंडमेरु के तुकांत शब्द
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