kharbhar meaning in braj
खरभर के ब्रज अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- वस्तुओं के हिलने-डुलने से होने वाला शब्द , खड़बड़
- शोर, होहल्ला
- खलबली
अकर्मक क्रिया
-
क्षुब्ध होना, व्याकुल होना
उदाहरण
. विज्ञनैर खरभरे तेरे वैर बैरम के। -
खलबली होना
उदाहरण
. उ. तब जलनिधि खरभर्यो वास गहि, जंतु उठे अकुलाइ।
खरभर के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- वस्तुओं के हिलने-डुलने अथवा आपस में टकराने से होनेवाला शब्द, खड़बड़, खरभर का शब्द
-
हौरा, शोर, गुल गपाड़ा, रौला
उदाहरण
. खरभर सुनत भए उठि ठाढ़े। सिथिलित अंग भंग सख गाढ़े। -
हलचल, गड़बड़
उदाहरण
. होनिहार का करतार को रखवार जग खरभर परा। दुई माथ कोहि रतिनाथ जोहि कहँ कोपि कर धनुखर धरा।
खरभर के अंगिका अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- खड़खड़ाहट, हलचल
खरभर के मगही अर्थ
संज्ञा
- शोर-गुल, हल्ला, हलचल
खरभर के तुकांत शब्द
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