kilnii meaning in kannauji
किलनी के कन्नौजी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- एक छोटा किंतु अति पुष्ट कीड़ा, जो कुत्ते या गाय-बैल आदि की देह में पिचका रहता है और खून पीता है
किलनी के हिंदी अर्थ
संस्कृत ; संज्ञा, स्त्रीलिंग
- एक प्रकार का छोटा कीड़ा जो गाय, बैल, कुर्ते, बिल्ली आदि पशुओँ के शरिर में चिपटा रहता है और उनका रक्त पीता है, किल्लि
किलनी के अंगिका अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- एक कीड़ा जो पशुओं के शरीर पर चिपका रहता है और इनका लहू चूसता है, चमोकन
किलनी के बघेली अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- मवेशियों की चमड़ी पर लिपटा रहने वाला कीड़ा, जुआ
किलनी के ब्रज अर्थ
स्त्रीलिंग
- पशुओं की देह में चिपटने वाला एक छोटा कीड़ा, किल्ली
किलनी के मगही अर्थ
हिंदी ; संज्ञा
- पशुओं के चमड़े पर चिपका रहने वाला एक छोटा कीड़ा, जूँ या ढील के अंड़े-बच्चे
किलनी के तुकांत शब्द
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