klishTatv meaning in braj
क्लिष्टत्व के ब्रज अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- क्लिष्टता
- साहित्य शास्त्र का एक दोष जिसमें क्लिष्ट शब्दों का प्रयोग रहता है
क्लिष्टत्व के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- क्लिष्ट का भाव, कठिनता, क्लिष्टता
-
अलंकार शास्त्र के अनुसार काव्य का वह दोष जिसके कारण उसका भाव समझने में कठिनता हो
उदाहरण
. ग्रहपति सुंतहित अनुचर को सुत जारत रहत हमेस। यहाँ कवि ने सीधे यह न कहकरकि काम सदा जलाया करता है, कहा है—ग्रहपति सूर्य के पुत्र सुग्रीव उनके हित (मित्र) रामचंद्र, उनके अनुचर हनुमान और उनका पुत्र मकरध्वज (काम) सदा जलाया करता है।
क्लिष्टत्व के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिए
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा