कुचैन

कुचैन के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

कुचैन के ब्रज अर्थ

विशेषण, स्त्रीलिंग

  • व्याकुल , वेचैन ,

    उदाहरण
    . साजे मोहन-मोह को, मोहीं करत कुचैन ।

कुचैन के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • कष्ट, दुःख, व्याकुलता

    उदाहरण
    . सोवत जागत सपन बस रस रिस चैन कुचैन । सुरति स्याम घन की सुरति बिसरैं हूँ बिसरे न ।


विशेषण

  • बेचैन, व्याकुल

    उदाहरण
    . साजे मोहन मोह कौं मोहीं करत कुवैन । कहा करौं उलटे परे टोने लानो नैन ।

कुचैन के मगही अर्थ

संज्ञा

  • कष्ट, दुःख, चैन का अभाव

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