kurasii meaning in maithili
कुरसी के मैथिली अर्थ
संज्ञा
- दाट लटकाए चैनयाक आमन, मआ
Noun
- chair.
कुरसी के हिंदी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
-
एक प्रकार की चौकी जिसके पाये कुछ ऊँचे होते हैं और जिसमें पीछे की ओर सहारे के लिये पटरी या इसी प्रकार की और कोई चीज लगी रहती है , किसी किसी में हाथों के सहारे के लिये दोनों ओर दो लकड़ियाँ भी लगी रहती हैं , यह केवल एक आदमी के बैठने योग्य बनाई जाती है
विशेष
. कुरसी प्राय: लकड़ी की बनती है और उसमें बैठने और सहारा लगाने का स्थान बेंत से बुना या चमडें आदि से मढ़ा होता है । कभी कभी पत्थर, लोहे या किसी दूसरी धातु से भी कुरसी बनाई जाती है । यह कई कई आकार और प्रकार की होती है । - वह चबूतरा जिसके ऊपर इमारत या इसी प्रकार की और कोई चीज बनाई जाती है , यह आसपास की भूमि से कुछ ऊँचा होता है और पानी, सीड़ आदि से इमारत की रक्षा करता है
- पीढ़ी , पुश्त
- वह चौकोर ताबीज जो हुमेल के बीच में रहती है , चौकी , उरबसी
- नाव के किनारे किनारे की तख्ताबंदी , जहाज में इसी तख्ताबंदी पर नीचे पाल बँधा रहता है
- जहाज के मस्तूल के ऊपर की वे आड़ी तिरछी लकड़ीयाँ जिनपर खड़े होकर मल्लाह पाल की रस्सियाँ तानते हैं
- नदियों में चलनेवाली छोटी नाव की लंबाई में पट्टियों का बना हुआ वह चौरस स्थान जिसपर आरोही बैठते हैं , पादारक
कुरसी के यौगिक शब्द
संपूर्ण देखिएकुरसी के अंगिका अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- पीठ टेक कर बैठने वाला चारपाई
कुरसी के अवधी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- बैठने की चौकी, जिसमें कभी-कभी बेत की बुनाई होती है; अफसर की जगह
कुरसी के कन्नौजी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- ऊँचे पाये वाला एक आदमी के बैठने का आसन. 2. मकान के नीचे की वह सतह जहाँ तक भराव रहता है, जिस सतह पर फर्श बनती है
कुरसी के गढ़वाली अर्थ
- कुर्सी, एक प्रकार की ऊँची चौकी जिसमें पीठ के सहारे के लिए पट्टियाँ लगी रहती है
- a chair.
कुरसी के बज्जिका अर्थ
संज्ञा
- कुर्सी
कुरसी के बुंदेली अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- आसन, भवन की आधार भूमि
कुरसी के भोजपुरी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
-
जमीन के ऊपर तक आई हुई नींव की दीवार;
उदाहरण
. मकान के जोड़इया कुरसी तक पहुँच गइल बा।
Noun, Feminine
- plinth.
कुरसी के मगही अर्थ
संज्ञा
- बैठने की एक प्रकार की चौंकी जिसके पीछे पटरी लगी रहती है; बैठने का मंच अथवा मँचिया; पद; आसन; चबूतरा; मकान या अन्य भवन की नींव से सतह (धरातल) तक की ऊँचाई; देवालय में प्रतिमा स्थापित करने का चबूतरा; पिंढ़िया; वंश परम्परा, पीढ़ी
कुरसी के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिए
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा