कूर्म

कूर्म के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

कूर्म के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • कच्छप, कछुआ
  • पृथिवी
  • प्रजापति का एक अवतार
  • एक ऋषि जिन्होंने ऋगवेद के कई सूत्रों का विकास किया था
  • एक वायु जिसका निवास आँखों में है और जिसने प्रभाव से पलकें खुलती और बंद होती है, यह दस प्राणों में से एक है
  • नाभिचक के पास की एक नाड़ी, कछुआ, पोतनहर
  • विष्णुका दूसरा अवतार
  • तंत्रके अनुसार एक मुद्रा या आसन जिसका व्यवहार देवता के ध्यान के समय किया जाता है
  • दे॰ 'कूर्मासन'

कूर्म के पर्यायवाची शब्द

संपूर्ण देखिए

कूर्म के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • कछुआ; पृथ्वी; प्रजापति का अवतार विशेष ; ऋग्वेद के अनेक सूत्रों का प्रादुर्भाव करने वाले ऋषि विशेष ; नेत्रों में रहने वाला वायु, जिसके प्रभाव से पलक खुलते तथा बंद होते हैं; नाभि चक्र के पास की एक नाड़ो विशेष, जिसे पोतनहर कहते हैं; वि

कूर्म के मैथिली अर्थ

संज्ञा, आलंकारिक

  • काछु

Noun, Classical

  • tortoise.

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा