lalitopama meaning in braj

ललितोपमा

ललितोपमा के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

ललितोपमा के ब्रज अर्थ

स्त्रीलिंग

  • उपमा अलंकार का एक उपभेद , इसमें उपमेय तथा उपमान में सादृश्य दिखलाने के लिये इव, लौं, सम आदि वाचक शब्दों का प्रयोग न कर ईर्ष्या, निरादर, बराबरी आदि के साथ पद रखे जाते हैं

ललितोपमा के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • एक अर्थालंकार जिसमें उपमेय और उपमान की समता जताने के लिये सम, समान, तुल्य, लौ, इव आदि के वाचक पद न रखकर ऐसे पद लाए जाते हैं, जिनसे बराबरी, मुकाबला, मित्रता, निरादर, ईर्ष्या इत्यादि भाव प्रकट होते हैं, जैसे,—साहि तनै सरजा सिवा की सभा जामधि है मेरुवारी सुर की सभा को निदरति है, ऐसो ऊँचो दुरग महाबली को जामे नखतावली सों बहस दीपावली करति है, — भूषण (शब्द॰)

ललितोपमा के तुकांत शब्द

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