न के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

न के अँग्रेज़ी अर्थ

  • the last letter of the fourth pentad (i.e. तवर्ग) of the Devna:gri: alphabet
  • (ind.) no, not
  • a typical conversational particle used for laying emphasis or ascertaining the other person's reaction (as चलो न पत्र लिखोगे न ?)
  • isn't it!

न के हिंदी अर्थ

  • एक व्यंजन जो हिदी या संस्कृत वर्णमाला का बीसवाँ और तवर्ग का पाँचवाँ वर्ण है, इसका उच्चारण स्थान दंत है, इसके उच्चारण में आभ्यंतर प्रयत्न और जीभ के अगले भाग का दाँतों की जड़ से स्पर्श होता है और बाह्य प्रयत्न संवार, नाद, घोष और अल्पप्राण है, काव्य आदि में इस वर्ण का विन्यास सुखद होता है

संज्ञा, पुल्लिंग

  • उपमा
  • रत्न
  • सोना
  • बुद्ध
  • बँध
  • मोती
  • गणेश
  • धन, संपत्ति
  • युद्ध
  • उपहार

विशेषण

  • पतला
  • रिक्त, शून्य
  • अनुरूप, सदृश, वही
  • न थका हुआ, अश्रांत
  • प्रशंसित
  • अविभक्त, अविभाजित

अव्यय

  • निषेधवाचक शब्द, नहीं, मत

    विशेष
    . विधि, अनुज्ञा, हेतुहेतुमद् भाव आदि कुछ विशेष स्थलों पर भी 'नहीं के स्थान में 'न' आता है।

    उदाहरण
    . तुम न जाओ तो कोई हर्ज है? . उसे कुछ न देना ही ठीका है।

  • कि नहीं, या नहीं

    विशेष
    . इस अर्थ में इसका प्रयोग प्रश्नात्मक वाक्य के अंत में ही होता है।

    उदाहरण
    . तुम वहाँ जाओगे न? . वे दिनभर तो वहाँ रहेंगे न?

न के अंगिका अर्थ

अव्यय

  • निशेध सूचक शब्द मत, नहीं, या नहीं, कि नहीं

न के कन्नौजी अर्थ

  • देवनागरी वर्णमाला में 'त' वर्ग का पाँचवाँ वर्ण, उच्चारण स्थान दंत और नासिका

न के कुमाउँनी अर्थ

  • ना, निषेध, वितर्क आदि का सूचक एक शब्द, नहीं, मत

    विशेष
    . यह न शब्द ल ध्वनि से उच्चारित किया जाता है तथा प्राचीनतम भाषाओं में ल या ला ध्वनि से उच्चारित किया जाता है तथा प्राचीनतम भाषाओं में ल या ला ध्वनि से इसी अर्थ में एक उपसर्ग के रूप में प्रयुक्त होता है। हिब्रू भाषा में लो का अर्थ-अंग्रेजी— नो हो जाता है; अवधि में भी लखनऊ शब्द नखलऊ उच्चारित होता है नाँघना तथा लाँघना शब्द भी समानार्थी हैं।

न के गढ़वाली अर्थ

  • देवनागरी वर्णमाला का बीसवाँ व्यंजन वर्ण

  • (निपात) नहीं, मत, एक, निषेधात्मक शब्द
  • प्रश्नात्मक वाक्य के अन्त या नहीं अर्थ बोधक

    उदाहरण
    . तु जैल्यु न? अर्थात क्या तुम जाओगे?


  • (विभक्ति) कर्ता कारक में प्रयुक्त विभक्ति

    उदाहरण
    . तिन्त्वैन अर्थात मैंने। . मिन अर्थात उसने। . वैन अर्थात तुमने।

  • the twentieth consonant of the Devanagari alphabet.

  • no, not, will you go?

  • inflexional affix used in nominative case.

न के बज्जिका अर्थ

अव्यय

  • नहीं

न के बुंदेली अर्थ

  • हिंदी वर्णमाला देवनागरी लिपि के त वर्ग का पंचम वर्ण, इसका उच्चारण स्थान दंत्य है

  • (नि.) दे. ना. व. के तवर्ग का पंचम दंत्य नासिकाय वर्ण, निषेधात्मक निपात (अधिकतर अनिश्चय वाची स्थिति में प्रयुक्त), बहुवचनवाची परसर्ग

न के ब्रज अर्थ

  • नागरी वर्णमाला में त वर्ग का पाँचवाँ व्यंजन

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • घटना, समाप्ति
  • मिलन, लिपटन
  • दो वस्तुओं के मिलने का स्थान, जुड़न

न के मगही अर्थ

अव्यय

  • निषेध अथवा अस्वीकृति सूचक शब्द

    उदाहरण
    . न के बराबर

  • मत, नहीं
  • या नहीं, कि नहीं, ही

    उदाहरण
    . चलब न; ज़ोर देने के लिए प्रयुक्त। . बधवा न खरहा से कहलकई, हम न अपन खड़ा हली, खरहा न कुछुआ के हराइयो न देलकई।

  • आग्रहसूचक शब्द

    उदाहरण
    . चल न, देख न, जा न

  • प्राय: नहीं

    उदाहरण
    . न के हैं

  • बहुत थोड़ा, 'नाम मात्र का'

न के मैथिली अर्थ

  • वर्णमाला का बीसवाँ व्यंजन

क्रिया-विशेषण, लुप्त

  • नहीं
  • 20th consonant of alphabet.

Adverb, Obsolete

  • no, not.

न के मालवी अर्थ

  • त वर्ग का व्यंजन

  • यज्ञ, एक वेदोक्त कर्म, हवन, यज्ञ करना

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